नवरात्रि त कब के बीत गईल ए भईया लेकिन अबहिनऊ जगह जगह माई के पंडाल देखै के मीलता और कुछ लोगे माई के बिदाई कई चुकल बाडी और कुछ लोग अबहूँ भी करता | हमनी लोग भी आज माई के बिदाई कई देहले त इहिं संदर्भ में हम एगो बिदाई गीत माई के और सगरो माई के भक्त के समर्पित करई चाहत बाडी | हमार ई गीत आप लोगन के हमारे आवई वाले एल्बम "जय बोला मैहर भवानी के " में भी सुनई के मिली |
कइसे करी आज तोहरी बिदाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
नौ दिन बिताये तोरी सुरत निहार के
कइसे जियब माई तोहके बिसार के
कइसे मोहनी सुरतिया भुलाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
तोहरा दुलार माई कइसे भुलाई
अचरा के सुख माई कहाँ अब पाई
के के माई माई कहिके बोलाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
सुख नौ दिन पाये तोरा गुण गाई के
ममता बनइलू हम पे अचरा ओढाई के
कइसे आज कलशवा शेराई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
कइसे करी आज तोहरी बिदाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
नौ दिन बिताये तोरी सुरत निहार के
कइसे जियब माई तोहके बिसार के
कइसे मोहनी सुरतिया भुलाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
तोहरा दुलार माई कइसे भुलाई
अचरा के सुख माई कहाँ अब पाई
के के माई माई कहिके बोलाई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई
सुख नौ दिन पाये तोरा गुण गाई के
ममता बनइलू हम पे अचरा ओढाई के
कइसे आज कलशवा शेराई ये माई
आंख भरि आवै आवता रोवाई ये माई